हरियाणा सरकार हर साल किसानों को रबी सीजन में गेहूं की बुआई के लिए उच्च-गुणवत्ता वाले प्रमाणित बीज उपलब्ध कराने के लिए विशेष अनुदान-योजना चलाती है। इस वर्ष सरकार ने एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है — प्रमाणित गेहूं बीज पर दी जाने वाली सब्सिडी को बढ़ाकर ₹1,075 प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पहले ₹1,000/qtl थी।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की लागत कम करना, गुणवत्तापूर्ण बीजों का उपयोग बढ़ाना और राज्य में गेहूं उत्पादन को मजबूत बनाना है। सरकारी प्रेस रिपोर्ट्स के अनुसार, यह योजना राज्य-व्यापी लागू है — यानी हरियाणा के सभी जिलों में किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
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हरियाणा गेहूं बीज अनुदान योजना 2025
बढ़ी हुई सब्सिडी राशि (₹1,075/qtl)
- इस वर्ष हरियाणा सरकार ने प्रमाणित गेहूं बीज पर सब्सिडी बढ़ाकर ₹1,075 प्रति क्विंटल कर दी है।
- यह बढ़ोतरी पिछले वर्ष दी गई ₹1,000/qtl सब्सिडी से ₹75 अधिक है।
प्रमाणित बीज का विक्रय मूल्य
- सरकार द्वारा जारी ताज़ा जानकारी के अनुसार, प्रमाणित गेहूं बीज का बिक्री-मूल्य लगभग ₹3,000 प्रति क्विंटल निर्धारित है।
- सब्सिडी लागू होने के बाद किसानों को वास्तविक कीमत इससे कम पड़ती है।
कौन-कौन सी सरकारी एजेंसियाँ बीज बेचेंगी?
किसानों को सब्सिडी केवल अधिकृत सरकारी एजेंसियों से खरीदे गए बीज पर मिलेगी, जैसे:
- HSDC (Haryana Seed Development Corporation)
- NSC (National Seeds Corporation)
- HAFED
- IFFCO, KRIBHCO, NFL
गेहूं बीज सब्सिडी योजना क्या है?
यह योजना हरियाणा के किसानों को कम दाम पर प्रमाणित गेहूं बीज उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई है। सरकार बीज पर अनुदान प्रदान करती है ताकि किसान गुणवत्तापूर्ण बीज खरीद सकें और अच्छी पैदावार हासिल कर सकें।
“प्रमाणित बीज” का अर्थ
प्रमाणित बीज वे होते हैं जिनकी गुणवत्ता, अंकुरण-क्षमता और शुद्धता सरकारी बीज-प्रमाणन एजेंसियों द्वारा परखी जाती है।
ये बीज साधारण बाजार बीज से अधिक विश्वसनीय होते हैं।
योजना के नए बदलाव
- सब्सिडी को बढ़ाया गया।
- बिक्री मूल्य को अपडेट किया गया।
- सरकारी एजेंसियों से ही खरीदने पर अनुदान मिलेगा।
इस योजना का उद्देश्य क्या है?
बीज बुआई का सबसे बड़ा खर्च होता है। सब्सिडी बढ़ाने से किसानों की लागत में महत्वपूर्ण कमी आती है।
प्रमाणित बीज से फसल की अंकुरण क्षमता बेहतर होती है और पैदावार भी बढ़ती है — यही इस योजना का मुख्य लक्ष्य है।
सरकार चाहती है कि किसानों को समय पर गुणवत्तापूर्ण बीज मिलें ताकि बुआई देर से न हो।
हरियाणा गेहूं बीज सब्सिडी योजना के मुख्य लाभ
- किसानों को प्रति क्विंटल ₹1,075 की सीधी राहत।
- 1 एकड़ के लिए सामान्यत: 40–50 kg बीज लगता है, जिससे लागत में अच्छी खासी बचत होती है।
- प्रमाणित बीज रोग-प्रतिरोधी, अधिक अंकुरण वाले और उच्च उत्पादकता क्षमता रखते हैं।
- सरकारी एजेंसियों के माध्यम से वितरण होने से किसानों को नकली या निकृष्ट बीजों से छुटकारा मिलता है।
महत्वपूर्ण तिथियाँ
- सब्सिडी वृद्धि की आधिकारिक घोषणा सितंबर 2025 की प्रेस-नोट में हुई।
- रबी-सीजन के लिए बुआई से 30–45 दिन पहले सरकारी बिक्री केंद्रों पर स्टॉक उपलब्ध कराया जाता है।
- Uttam Beej Portal और Agri Haryana Portal समय-समय पर महत्वपूर्ण तारीखें अपडेट करता है।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
पहचान व बैंक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक / IFSC और खाता संख्या
बीज खरीद प्रमाण
- अधिकृत केंद्र से खरीद बिल/रसीद
- किसान का खेत विवरण (यदि मांगा जाए)
ग्रामीण सत्यापन दस्तावेज़
- ग्राम सचिव / नंबरदार की मोहर वाले दस्तावेज़ (कुछ जिलों में अनिवार्य, कुछ में वैकल्पिक)।
हरियाणा गेहूं बीज सब्सिडी योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
चरण-दर-चरण प्रक्रिया
1. नजदीकी सरकारी बीज केंद्र खोजें
HAFED, HSDC, NSC आदि केंद्रों की उपलब्धता अपने जिले में जांचें।
2. आवश्यक दस्तावेज़ तैयार रखें
आधार, बैंक विवरण, खरीद बिल आदि।
3. बीज खरीदें और बिल सुरक्षित रखें
केवल सरकारी एजेंसी से खरीदा बीज ही सब्सिडी योग्य है।
4. (यदि लागू हो) ऑनलाइन पंजीकरण करें
Uttam Beej Portal / कृषि विभाग पोर्टल पर आवेदन करें।
5. सत्यापन प्रक्रिया पूरी करें
दस्तावेज़ सब्मिट कराएँ, मोहर लगवाएँ, और स्टेटस ट्रैक करें।
आवेदन की स्थिति कैसे देखें?
- Uttam Beej Portal पर लॉगिन करें
- कृषि विभाग वेबसाइट पर “Apply Schemes” सेक्शन देखें
- जिला कृषि कार्यालय से जानकारी ले सकते हैं
महत्वपूर्ण लिंक (Important Links)
| कृषि विभाग हरियाणा | Apply Schemes |
| Uttam Beej Portal | Seed Registration |
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: क्या सब्सिडी सभी किसानों को मिलेगी?
हाँ, हरियाणा का कोई भी किसान जो सरकारी केंद्र से प्रमाणित बीज खरीदता है, वह पात्र है।
Q2: सब्सिडी कितनी है?
इस वर्ष सब्सिडी ₹1,075 प्रति क्विंटल है।
Q3: क्या निजी दुकानों से खरीदा बीज eligible है?
नहीं। सब्सिडी केवल सरकारी एजेंसियों से खरीदे गए बीज पर लागू है।
Q4: आवेदन ऑनलाइन होता है या ऑफलाइन?
दोनों विकल्प उपलब्ध हो सकते हैं — यह जिला/वर्ष की अधिसूचना पर निर्भर करता है।
निष्कर्ष
हरियाणा गेहूं बीज अनुदान योजना 2025 किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत योजना है। इससे उन्हें कम लागत पर उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध होते हैं, जिससे पैदावार बेहतर होती है और कुल उत्पादन में वृद्धि होती है।
यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो समय रहते बीज खरीदें, दस्तावेज पूरे रखें और सिर्फ सरकारी एजेंसियों से प्रमाणित बीज ही खरीदें।


